Thursday 6 August 2020

मेरी मर्दाना पड़ोसन भाभी

"भाग कहा रहे हो मेरी जान, मेरी प्यास तो बुझाओ कब से तड़प रही हूं तुम्हारे लिए , मेरे पास तो आओ।" मेरी भाभी ने तड़पते हुए कहा ।
आप सोच रहे होंगे कि मै भी क्या फट्टू इंसान हु , भाभी को प्यासी छोड़ के भागने कि सोच रहा हूं पर आपको सच्चाई नहीं पता , मुझे भी नहीं पता थी, पर आज तो मेरी गान्ड पे बन आई। 
"नहीं भाभी बहुत बड़ा है आपका लंड, मेरी फट जायेगी " मैंने अपने आपको उन से छुड़ाने की कोशिश की।
" क्यों देवर जी, आप तो कह रहा था कि आप को बहुत शोक है गांड़ मरवाने का , अब क्या हुआ, मेरा अच्छा नहीं लगा ? "
" जी मुझे ये तो शक था कि आपके लन्ड है पर लगा की आप का लन्ड भी अम्मी कि तरह ही होगा 4-5 इंच का, पर आप का तो पूरे 12 इंच का है , इतना बड़ा तो मैंने कहीं नहीं देखा और आप ने तो कहा था कि सिर्फ मुझे लड़की बना के देखना है मै कैसा लगता हूं " मै अभी भी किसी नाजुक लड़की की तरह अपनी कलाई उनकी मजबूत पकड़ से छुड़ाने की कोशिश कर रहा था।
" अच्छा आप ने नहीं कहा था कि आप को थोड़ी मर्दाना औरतें  पसंद है ? आप ने नहीं बोला था कि मेरी मूछें देख के मुठ मारने का मन कर रहा है , मैंने भी देखो अपनी मूछों को डाई किया आप के लिए , और तो और चेहरे के बाल भी डाई किए ताकि आप को मेरे मेरा चेहरा पूरा दाढ़ी मुछो से भरा नजर आए और आपको मुठ मारने में पूरा मजा आए , अब क्यों भाग रहे है । सुनो मै आप को अपनी कांख के बाल दिखाती हु आपका फिर खड़ा हो जाएगा , बहुत लंबे और घने बाल है मेरी कांखो के , इतने बड़े कि आपने किसी आदमी की भी नहीं देखे होंगे" । 
इतना बोल के उन्होंने अपना ब्लाउस उतार दिया और उनके मोटे मोटे मम्मे ब्रा से बाहर आने को तड़पने लगे पर उससे ज्यादा हैरानी मुझे उनकी बाजू भी बड़ी बलिष्ठ थी और कांख के बाल तो वाक़िए बहुत लंबे हो रखे थे , कांख के बाल साइड से बाहर निकल के बोबो तक आ रहे थे , बोल तो वो सही रही थी पर फिर से नजर उनके लंड पे पड़ी । उनकी गोद में से ऐसे बाहर निकल के तना हुआ हो जैसे कि कोई गधे का लिंग हो। 
उनकी मांसल जांघो पे किसी आदमी की तरह बाल थे , उनकी जांघ इतनी मोटी थी कि मै पूरा का पूरा एक  जांघ पे ही आराम से बैठ जाऊं ।
आज उन्होंने मुझे घर बुलाया और बोला कि चलो आपका लड़की बनने का शोक पूरा करते है , मै खुश हो गया कि क्या पता इसके बाद उन से चुदाने का भी मौका लग जाए क्युकी मुझे पता था कि उनको चिकने लड़के बहुत पसंद है , वो खुद बहुत मर्दाना थी , लम्बी चोड़ी पांच फुट और आठ इंच की और साड़ी में बहुत मस्त दिखती थी , हाथ पैर बहुत मजबूत और कम से कम 50 इंच की छाती होगी , वजन 180 किलो से भी ज्यादा होगा, किसी आदमी पे गिरे तो कचूमर निकाल दे पर मुझे क्या पता था कि चुदाने का मतलब सच में उनके लंड से चुदवाना था और सच कहो तो 5-6 इंच तक के लंड से भी मुझे प्रॉब्लम नहीं होती , मैंने अपनी अम्मी से चुदवाया है कई बार लेकिन अम्मी इतनी मर्दाना नहीं है और अब्बा के अलावा किसी और को आसानी से नहीं चोदती तो मैंने सोचा बाहर कोशिश कि जाए ।
अब आप को सुन के आश्चर्य हो रहा होगा पर ये सच है मेरी अम्मी मेरे अब्बा को चोदती है , अम्मी का लन्ड अब्बा से बड़ा है , अम्मी का 6 इंच का और अब्बा का 4 इंच का है अम्मी का लन्ड बैगन जैसा मोटा और अब्बा का मटर जितना पतला। 
मैंने दोनों को एक रात कमरे में छुप के देखा , अब्बा दोनों टांगे फैला के लेटे हुए थे और अम्मी उनके ऊपर लेटे हुए आदमियों कि तरह धक्के लगा रही थी , एक हाथ से अब्बा का गला दबाए हुए थी और दूसरे हाथ से कभी अब्बा कि छाती मसलती कभी उनको थप्पड़ लगाती। मैं तो हैरान रह गया , दिन में इतना डर के रहने वाली अम्मी रात को अब्बा को कैसे थप्पड़ लगा रही है पर मै हैरान इस बात से था कि ये कोंन सा आसन है चुदाई का जिसमें औरत मर्द की तरह धक्के लगा रही हो , अम्मी की मोटी गान्ड इतनी जोर से धक्के लगा रही थी कि पलंग भी दीवार पे टकरा रहा था । मेरे मन में भी अम्मी से चुदाने का मन होने लगा उसी आसन में पर जब अम्मी ने झड के लंड बाहर निकाला तो पता चला कि अम्मी के लंड है और वो भी मेरे से और अब्बा से बड़ा बस उसी समय सोच लिया कि अम्मी से चुद्दना है।
एक दिन मैंने अम्मी को बाथरूम में पकड़ लिया और उनके साथ जबरदस्ती करने लगा , अम्मी मेरी ही हाइट की है और थोड़ी मोटी , वो मुझे हरा सकती थी पर मेरा हमला इतना अचानक था कि वो समझ ही नहीं पाई और मैंने तुरंत अपनी पेंट नीचे की और अपनी गान्ड उनकी गोद पे सटा के ऊपर नीचे करके उनको उत्तेजित करने लगा , मां ने पहले कोशिश की खुद को रोकने कि फिर उनसे रहा नहीं गया तो अपनी साड़ी उप्पर करके अपना लन्ड मेरी गान्ड में घुसा दिया , मां वैसे भी कोई चड्डी नहीं पहनती है , शुरू में तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ फिर मजा आया , मा ने दो मिनिट में चोद के अपना वीर्य मेरी गान्ड में छोड़ दिया और फिर मुझे गालियां दी , अपने कपड़े ठीक करके घर के कामों में लग गई , अम्मा को कुछ अच्छा नहीं लगा , उन्हें बहुत गुस्सा भी आया जिसकी वजह से उस रात अब्बा कि बहुत चोदाई हुई शायद , बहुत आवाजे आ रही थी उनके कमरे से। 
मैंने फिर भाभी को देखा , नई नई आई थी मोहले में , सारे मर्द फ़िदा हो गए थे , उन्होंने औरतों के कपड़े सिलने कि दुकान खोली और सारी औरतें वहीं कपड़े सिलवाती। मैने गोर किया कि उनकी बॉडी तो बहुत अच्छी थी पर शरीर पर बाल भी थे , उनकी भवे बहुत ज्यादा घनी और काली थी , उनके होठं के उप्पर भी बाल थे , काफी घने जैसे कि कोई मूछ लगा रखी हो । मै उनकी मूछें देख के मर मिटा , इतनी घनी मूछें थी कि मैंने किसी औरत के नहीं देखी ।
एक बार मैंने देखा कि रामू अंकल को दीवार पे उल्टा सटा के अपनी भारी गान्ड से धक्के मर रही थी तो मुझे शक हुआ कि कहीं उनके भी लंड हो अम्मी की तरह । बस फिर क्या था मेरे में धुन सवार हो गई उनसे चुदने की , मै सपने देखने लगा कि वो मुझे अब्बा कि तरह ही चोद रही है सपनो में , उनको पटाना मुश्किल नहीं था क्योंकि वो खुद भी मुझे बहुत घूरती थी , बार बार अपने मोटे बोबे दिखाती और जीभ अपने होटों पे फिराते हुए गंदे गंदे इशारे करने लगती थी , मै पहले पहल थोड़ा सकपका गया फिर मुझे तस्सली हो गई कि मामला साफ है और उनको अपनी हवस पे काबू नहीं है , तब ही तो मोहल्ले के सभी आदमियों को घूर घूर  के देखती है पर मुझपे कुछ ज्यादा ही मेहरबान थी। 
मैने भी बिना समय बर्बाद किए उनकी दुकान पे जाना आना शुरू कर दिया । उनको तो जैसे यही इंतजार था , एक बार मै उनकी दुकान पे गया तो वो घर पे ले गई और एक सलवार सूट पहने को बोला , मैंने कहा "  ये क्या है तो बोली एक बड़े घर की लड़की का है इसलिए फिटिंग चेक करनी बहुत जरूरी है , उसने पैसे भी बहुत दिए है , बोली मेरी कद काठी बिल्कुल उस लड़की की तरह है तो मै उनकी मदद कर दू ," 
मुझे भी बचपन से शौक था लड़कियों के कपड़े पहनने का पर कभी ठीक से मौका ही नहीं मिला तो सोचा उन्हें भी अहसानमंद कर दू और अपनी भी इच्छा पूरी कर लूं। 
मै तैयार तो हो गया पर बोला की मुझे नहीं आता कैसे पहनूं तो वो हंसने लगी और बोली इसमें क्या है मै पहना दूंगी अभी आराम से बैठो फिर वो अंदर गई और हाथ में बीड़ी का बंडल और माचिस ले के आई और आराम से पलंग पे बैठ के पहले जरा दिन भर की थकान उतार ले, आ बैठ मेरे पास ।
मै उनके पास ही सोफे पे जाके बैठ गया वो पलंग पे मेरे सामने बैठी और फिर किसी आदमी की स्टाइल में बीड़ी मुंह में ले के माचिस जलाई और बीड़ी सुलगा के एक गहरा कश मारा , पूरा धुआ नाक से निकालती और उनकी मूछो के बाल भी हिलते , मैंने कहा " आपको पता है आपकी मूछें आ रखी है और आप ऐसे बीड़ी का धुंआ निकालते हुए पूरी मर्दाना लग रही हो , आप को अजीब सा नहीं लगता ?"
" तुझे अच्छी लगती है क्या मर्दाना औरतें ? इतना घूरता क्यों रहता है मुझे दिन भर ? तुझ से उम्र में बड़ी हूं मै और शरीर से भी , तुझे क्या लगता है संभाल पाएगा मुझे ? " 
वो तो बड़ी डायरेक्ट हो गई और मै चौक गया । " तुझे तो मै अपनी गोद में बिठा लू आराम से , कितना वजन होगा तेरा , आ और मेरी गोद में बैठ एक बार मै देखती हूं ", उन्होंने अपनी जांघो को तरफ इशारा किया ।
मै थोड़ा सकपका रहा था तो वो बोली " डर क्यों रहे हो खा थोड़े ही ना जाऊंगी , आ इधर "
मै जाके उनकी बाई जांघ पे बैठ गया तो उन्होंने अपना हाथ मेरी कमर पे लपेट दिया और मुझे अपने पास खीच लिया , मैंने पहली बार उनके चेहरे को इतने करीब से देखा , बहुत सुंदर थी वो बिल्कुल किसी हीरोईन कि तरह , पर उनकी लम्बी नाक के नीचे मूछों के बाल आ रहे थे जो पास से देखने पे बड़े और काले लग रहे थे । 
मैंने कहा आप बहुत सुंदर हो पर थोड़ी मर्दाना भी हो पर मुझे अच्छी लगती हो " 
"अच्छा ये बात है , शादी करेगा मुझे से ? " उन्होंने हंसते हुए कहा और फिर उनका हाथ मेरी कमर सहलाने लगा और अपना दूसरा हाथ मेरी कमीज़ में घुसा दिया और मेरी निप्पल मसलने लगी , मेरे मुंह से आह की आवाज निकल पड़ी तो वो हंस पड़ी और हंसते हंसते ही मेरे होठों पे चूम लिया , पहले छोटा चुम्बन लिया फिर मेरी तरफ देखा और फिर दूसरा चुम्बन बहुत जोर से लिया , पूरे पांच मिनिट तक इस दौरान उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुंह में घुसा दी और पूरे मुंह का बलात्कार ही करने लगी , उनकी मूछों के बाल मेरी नाक में घुसने लगे और मुझे बहुत अच्छा अच्छा सा महसूस होने लगा।
 अब उन्होंने मेरी निप्पल छोड़ के मेरी पूरी छाती मसलनी शुरू कर दी फिर मुझे अपनी गोद में अपनी तरफ मुंह करके बिठा लिया , मैंने अपने दोनों हाथो उनके कंधो पे रख दिए , वो बहुत चौड़े लग रहे थे और उन्होंने मुझे अपनी दोनों बाहो से जोर से चिपका लिया , हम दोनों एक दूसरे से बिल्कुल चिपक गए , उनके मोटे बोबे मेरी छाती से चिपक गए फिर इतने में ही वो मुझे अपने गोद में लिए हुए ही उठ गई मैंने दोनों टांगे उनकी कमर पे लपेट ली और वो मुझे पलंग में के जाके लिटा दि और खुद मेरे ऊपर गिर गई , मेरी टांगे अभी भी उनकी कमर पे लिपटी हुई थी और वो अपने दोनो हाथो से मेरी दोनों छाती जोर जोर से मसलने लगी मै नीचे से अपने कूल्हे उठा कर उनकी चूत कि तरफ हिलाने लगा और मैंने कहा भाभी चोदो मुझे तो बोली अभी नहीं ।
" अच्छा मुझे सब पता है आप के लंड है और एक दिन रामू काका को चोद रही थी घोड़ी बना के, मैंने सब देख लिया था , मुझे भी चुदना है ," 
उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ और वो एक दो मिनिट तो चुप रही फिर बोली "अच्छा शैतान तुझे सब पता है , सुन रामू को तो मै गुस्से में चोद रही थी , पर तुझ से तो प्यार हो गया है , तुझे दर्द नहीं दे सकती और अभी तू पहले लड़की बन के दिखा तब सोचूंगी की तू मुझे पसंद है कि नहीं ।" उन्होंने मुझे छेड़ते हुए बोला और मेरे उप्पर से उठ के सोफे पे जाके बैठ गई ।
मै भी बड़ा निराश हो के पलंग पे उठ के बैठ गया फिर उनसे पूछा कि " भाभी आप को मुझे लड़की बनाने का शौक है या खुद मर्द बनने का ? "
" देख अंदर से तो मै पूरी मर्द ही हु और बहुत डॉमिनेटिंग भी पर बाहर से तो औरत ही  हूं ना इसलिए मुझे लड़कियों अच्छी नहीं लगती बल्कि लड़को को ही लड़की बनाके चोदने का मन करता है , तेरे जैसे चिकने लड़के को ही अपनी बीवी बनाऊंगी " वो फिर वो रावण कि तरह हा हा करके हंसने लगी ।
" बीवी बनाओगी पर अभी तो आपने कहा कि आप बाहर से औरत ही तो बीवी तो आप बनोगी ना "
" हा बात तो तेरी सही है एक काम करेंगे घर के बाहर मै बीवी और घर के अंदर मै पति ही बनूंगी, ठीक रहेगा ? "
" तो आप मुझे चोदोगी या मै ? " 
बेवकूफ पति बनने का मतलब क्या होता है , मै ही चोदूंगी , तू हमेशा नीचे ही रहेगा " वो अपनी मूछों को ताव देती हुई बोली फिर थोड़ी देर बाद कुछ सोच के फिर बोली कि " देख वैसे तो मै बहुत ही मर्दाना हूं और डॉमिनेटिंग भी पर प्यार से तू कहेगा तो तुझ से चुदवा लुंगी पर कभी कभी । , वैसे भी मुझे नहीं लगता कि तू मेरा लंड और मेरे शरीर के बाल देख के मुझे चोदने की सोचेगा भी  तू वैसे ही लड़कियों के जैसा है और मै मर्दाना , तब ही तो हम एक दूसरे को पसंद करते है , और रोल तो अपने आप ही तय हो गया कि तू ही मेरी बीवी बनेगा  वैसे भी तू जब मेरा लन्ड देखेगा तो घुटनों के बल आ गिरेगा और रोज़ मुझे ही चोदने की बोलेगा ,"
" सच में कितना बड़ा है आप का ?"
वो तो नहीं बताऊंगी , तू डर जाएगा बस तेरे लिए बहुत है और तेरे से तो बड़ा ही है तब ही तो पति बनूंगी और एक बात तो पक्की है कि जितना चिकना तू दिख रहा है मेरी झांटों तो तेरे से बहुत ज्यादा है , तू चिंता ना कर पसंद आएगा तुझे मेरा लंड ,तू कहे तो तुझे अपने लन्ड पे बिठा के सीढी चढ जाऊ पर अभी नहीं , मै तुझे डरा नहीं सकती " 
चल अब टाइम ना खराब कर जल्दी से लड़की बन के मुझे मुजरा दिखा इतना कह के भाभी मुझ पर से उठ गई और एक बीड़ी जलाने लगी तो मैंने उन्हें रोका और पूछा कि आप " सिगरेट क्यों नहीं पीती , आप सिगरेट पीते हूं नाक से धुआं निकालिए,  मुझे बहुत उत्तेजित लगता है 
उन्होंने बीड़ी छोड़ के सिगरेट ढूंदी और फिर एक बड़ी सी सिगरेट निकाली और लंबे लंबे कश लेके  नाक से निकलने लगी ।
मैंने भी अपने कपड़े उतारे और वो सलवार सूट पहन लिया , मेरी बॉडी पे बिल्कुल भी बाल नहीं थे , उन्हें ये देख के बहुत ताव चड़ा और उनकी साड़ी आगे से पूरी उठ गई , मैंने पूछा ये क्या है तो वो उठी , सिगरेट बुझाई और अपनी साड़ी ऊपर कर के दिखाया , एक बहुत मोटा , कम से कम 12 इंच का लन्ड तना हुआ था , मै घबरा गया और भागने लगा , इसे आगे का तो आपने शुरू में पढ़ा ही है , 
आखिरकार उन्होंने मुझे नहीं छोड़ा और उठा के पलंग पे ले गई , मुझे फिर से पीठ के बल लिटाया और मेरी सलवार खोल दी , मेरी गान्ड पे कुछ तेल लगाया और अपने लन्ड का सुपाड़ा मेरी गान्ड के छेद पे रख दिया । 
उनके लौड़े का सुपाड़ा मेरी गान्ड के छेद के मुकाबले बहुत बड़ा लग रहा था , मैंने बोला देखो भाभी कितना मोटा है ये कैसे घूसेगा  ? 
अच्छा मेरी मर्दानगी पे शक करते हो , इसने अच्छी अच्छी गान्ड और चूत फाड़ी है , ये देखो बिल्कुल लोहे की रॉड की तरह कठोर है और तुम्हारी गान्ड बिल्कुल मख्खन है , एक भी बाल नहीं है यहां , लड़कियों के भी तुम से ज्यादा बाल देखे है मैंने , सच में तुम जैसा चिकना लड़का आज तक नहीं देखा , आज से तुम्हे बिल्कुल लड़की बना के रखूंगी और दिन रात चोदूंगी " मेरी भाभी ने मुझ पर हावी होते हुए बोला 
" नहीं नहीं , आप कहो तो आप का मुठ मार दू , या कहो तो मुंह में ले लू , पर गान्ड फट जायेगी " मै गिड़गिड़ाने लगा तो वो मेरे ऊपर आके मेरे होठं को चूमने लगी और दोनों हाथों से मेरी दोनों छातीया मसलने लगी , अपने बड़े पंजों से छाती मसलती और एक उंगली और अंगूठे से मेरी निपल्स मसलने लगी , मुझे निपल्स पे बहुत जोर से चुटकी भरने लगी तो मै भी गरम होने लगा और मेरा 4 इंच का नुनु खड़ा हो गया ,फिर उन्होंने मेरे नुनु को देखा और समझ गई कि मी गरम हो गया हूं और एक ही झ्टके में अपना सुपाड़ा मेरी गान्ड में फंसा दिया , मेरी चीख निकल गई पर वो सिर्फ सुपाड़ा फंसा कर ही रुकने का प्लान करे हुए थी ताकि मै ज्यादा ना घबराऊ। 
देखा घुस गया ना , या अल्लाह झड ना जाऊ तेरी चिकनी गान्ड देख के " 
भाभी कुछ तो शर्म करो , चोद दिया आपने , 
अभी कहा चोदा है , अभी तो शुरआत है , अभी तो 10 इंच अन्दर जाना है , रात भर चोदूंगी तेरे को मेरी जान ।